*"Jewel Thief" * एक क्लासिक हिंदी जासूसी थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन विजय आनंद ने किया है और इसमें देव आनंद, अशोक कुमार, वैजयंतीमाला, तनुजा, हेलेन, फार्याल और अंजु महेन्द्रू जैसे प्रमुख कलाकार हैं। फिल्म की कहानी एक रहस्यमय गहनों के चोर के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसने पूरे देश में कीमती रत्नों की चोरी से तहलका मचा दिया ह
🕵️♂️ *कहानी का सारांश*
बॉम्बे के पुलिस कमिश्नर (नज़ीर हुसैन) एक चालाक गहनों के चोर को पकड़ने का संकल्प लेते हैं, जो उनके क्षेत्र में सक्रिय है। उनका बेटा विनय (देव आनंद), जो रत्नों का विशेषज्ञ है, एक प्रमुख जौहरी विशंभर नाथ (सप्रू) के पास नौकरी करता है और उसकी बेटी अंजली (तनुजा) के करीब आता है।
एक पार्टी में, विशंभर के मित्र अर्जुन सिंह (अशोक कुमार) और उसकी बहन शालिनी (वैजयंतीमाला) विनय को शालिनी के मंगेतर अमर समझ लेते हैं। हालांकि, बाद में वे अपनी गलती महसूस करते हैं, लेकिन विनय और शालिनी के बीच एक रिश्ता बन जाता है। जब शालिनी की सगाई की अंगूठी एक चोरी हुए गहने के रूप में पहचानी जाती है, तो पुलिस को शक होता है कि अमर ही वह रहस्यमय चोर है।
विनय पुलिस की मदद से अमर का भेष धारण करता है और चोरों के गिरोह में घुसपैठ करता है। वह गिरोह की सदस्य हेलेन से मिलता है और पता चलता है कि असली अमर पुणे में है। विनय गिरोह के अन्य सदस्यों, जैसे जूली (फार्याल) और नीना (अंजु महेन्द्रू) से मिलता है, और अंततः पता चलता है कि असली मास्टरमाइंड अर्जुन सिंह ही है। अमर नाम का कोई अस्तित्व नहीं है; यह पहचान पुलिस को भ्रमित करने के लिए बनाई गई थी।
गिरोह विनय को पकड़ लेता है और उसे इलेक्ट्रिक शॉक देकर उसकी याददाश्त मिटाने की कोशिश करता है, ताकि वह खुद को अमर समझे। उनकी योजना है कि विनय को अमर के रूप में पेश करके सिक्किम के शाही गहनों की चोरी करवाई जाए और फिर उसे मार दिया जाए, जिससे असली अपराधी बच निकलें।
हालांकि, विनय ने पहले ही पुलिस को योजना की जानकारी दे दी होती है। अंत में, पुलिस गिरोह को गिरफ्तार कर लेती है, और विनय, शालिनी और अंजली के साथ सुरक्षित निकलता है।
🎶 *संगीत*
फिल्म का संगीत एस. डी. बर्मन ने तैयार किया है, और गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी और शैलेंद्र ने गीत लिखे हैं। प्रमुख गाने हैं:
- "ये दिल ना होता बेचारा" - किशोर कुमार
- "आसमान के नीचे" - लता मंगेशकर, किशोर कुमार
- "होंठों में ऐसी बात" - लता मंगेशकर, भूपिंदर सिंह
- "रुला के गया सपना मेरा" - लता मंगेशकर
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🏆 *उपलब्धियाँ*
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